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जब हम बैंक में पैसा जमा कराते हैं तो बैंक हमें स्टेटमेंट देता है, किसी समय देखा जाता है कि बैंक में और हमारे अकाउंटिंग में अंतर दिखाई देता है तब इस अंतर को दूर करने के लिए बैंक रिकॉन्सिलिएशन का उपयोग किया जाता है,
Cash Book & Pass Book difference
1. Outstanding Checks -हम लोग किसी को चेक देते हैं तो उसे रिकॉर्ड कर लेते हैं लेकिन जिसके पास वह चेक गया है वह एक या दो या तीन दिन बाद उसे यूज करता है तो यह कारण हो सकता है
2. cheque Collection Delay:-जब मैं चेक प्राप्त होती है तो हम उसकी एंट्री कर लेते हैं लेकिन बैंक में वह पैसे कैंडी तभी होती है जब चेक सही तरीके से क्लियर हो जाती है
3.Direct deposit in bank:- कुछ पार्टी हमें बिना बताए हमारे बैंक अकाउंट में पैसा जमा करवा देती हैं तब ऐसे केस में भी बैलेंस कम या ज्यादा हो सकता है
4. Fixed payment installments :- कई बार कुछ Installments (. Fixed deposit) द्वारा Pay कर दी जाती हैं और हमें उसकी एंट्री करना अकाउंट बुक में भूल जाते हैं तो ऐसे में भी पैसा कम या ज्यादा हो सकता है
6. Interest Earn :-कई बार बैंक द्वारा जो इंटरेस्ट मिलता है उसे बैंक पासबुक में एंट्री कर दिया जाता है लेकिन हम अपनी खुशियों से एंट्री नहीं कर पाते हैं
7. Bank Charges:-
BRS two types
1. Manual BRS -
GOT > Banking >Bank reconciliation
*इसके बाद यहां पर आपको अपना बैंक select करना है और एंटर करके उस बैंक से संबंधित जो एंट्री की गई है वह सारी एंट्री हमारे पास तो हो जाएंगे.
Press F5 - Reconciliation
इसके बाद आप Adjust कर सकते हैं कि किस डेट में आपने कौन-सी एंट्री को किया है
2. Automatic BRS-
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